*एक टीचर ने मजाक में*
*बच्चो से कहा*
*जो बच्चा कल जन्नत से*
*मिट्टी लायेगा, मैं*
*उसे इनाम दूँगी*
*अगले दिन टीचर*
*क्लास में सब बच्चों से*
*पूछती है*
*क्या कोई बच्चा मिट्टी लाया*?
*सारे बच्चे खामोश रहते हैं*
*एक बच्चा उठकर*
*टीचर के पास जाता है*
*और कहता है,*
*लीजिये मैडम,*
*मैं लाया हूँ जन्नत से*
*मिट्टी*.!
*टीचर उस बच्चे को*
*डांटते हुए कहती है;*
*मुझे बेवकूफ़ समझता है*.
*कहाँ से लाया है ये*
*मिट्टी..?*
.
.*
*रोते हुये बच्चा बोला -"मेरी माँ के*
*पैर के नीचे से..* *और इतने मे* *टीचर की आंखे भी नम हो गइ* *और उस बच्चे को गले से लगा लिया!* *यही है ममता का प्यार* *जो हर मां के दिल से* *छलकता हैैं*
*बच्चो से कहा*
*जो बच्चा कल जन्नत से*
*मिट्टी लायेगा, मैं*
*उसे इनाम दूँगी*
*अगले दिन टीचर*
*क्लास में सब बच्चों से*
*पूछती है*
*क्या कोई बच्चा मिट्टी लाया*?
*सारे बच्चे खामोश रहते हैं*
*एक बच्चा उठकर*
*टीचर के पास जाता है*
*और कहता है,*
*लीजिये मैडम,*
*मैं लाया हूँ जन्नत से*
*मिट्टी*.!
*टीचर उस बच्चे को*
*डांटते हुए कहती है;*
*मुझे बेवकूफ़ समझता है*.
*कहाँ से लाया है ये*
*मिट्टी..?*
.
.*
*रोते हुये बच्चा बोला -"मेरी माँ के*
*पैर के नीचे से..* *और इतने मे* *टीचर की आंखे भी नम हो गइ* *और उस बच्चे को गले से लगा लिया!* *यही है ममता का प्यार* *जो हर मां के दिल से* *छलकता हैैं*
0 comments:
Post a Comment